दिल के कोने से एक आवाज़ आती है
हमें हर पल उनकी याद आती है
दिल पूछता है बार – बार हमसे
के जितना हम याद करते है उन्हें
क्या उन्हें भी हमारी याद आती है
ज़िंदगी लेहर थी आप साहिल हुए
ना जाने कैसे हम आपके काबिल हुए
ना भुला पाएंगे हम उस हसीं पल को
जब आप हमारी ज़िंदगी में शामिल हुए ।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता
वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।
ज़िंदगी लेहर थी आप साहिल हुए
ना जाने कैसे हम आपके काबिल हुए
ना भुला पाएंगे हम उस हसीं पल को
जब आप हमारी ज़िंदगी में शामिल हुए ।
मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता
वैसे लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
पर कोई आप की तरह अनमोल नहीं होता ।